दून के भंडारी बाग रेलवे ओवर ब्रिज के निर्माण की दिशा में बढ़ायेगा एक कदम ;जाने पूरी खबर
दून के भंडारी बाग रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) के निर्माण की दिशा में एक कदम बढ़ने जा रहा है। आगामी सात फरवरी को आरओबी का विधिवत शिलान्यास मुख्यमंत्री के हाथों किया जाएगा। महापौर सुनील उनियाल गामा और धर्मपुर विधायक विनोद चमोली ने मंगलवार को निर्माण स्थल का अधिकारियों संग निरीक्षण किया। 44.58 करोड़ की लागत के इस आरओबी का निर्माण अब जल्द शुरू होने की उम्मीद है।रेस्ट कैंप वार्ड से भंडारी बाग तक रेलवे ओवर ब्रिज के निर्माण को लेकर महापौर सुनील उनियाल गामा और विधायक विनोद चमोली करीब डेढ़ बजे निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों से परियोजना की जानकारी ली और धरातल पर वस्तुस्थिति का जायजा लिया। उन्होंने पैदल ही रेस्ट कैंप से मद्रासी कॉलोनी होते हुए भंडारी बाग तक भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने आरओबी के प्रस्ताव के अनुसार भूमि की उपलब्धता भी जांची। धर्मपुर विधायक चमोली ने कहा कि यह एक महत्वाकांक्षी परियोजना है। इसे धरातल पर उतारने का प्रयास लंबे समय से किया जा रहा है।
पूर्व में कुछ अड़चनों के चलते इसमें देरी हुई, लेकिन अब इसका निर्माण शुरू करने की तैयारी है। महापौर सुनील उनियाल गामा ने बताया कि शिलान्यास के बाद निर्माण भी शीघ्र शुरू कर दिया जाएगा। इस दौरान भाजपा धर्मपुर मंडल अध्यक्ष संदीप मुखर्जी, मंडल महामंत्री मुकेश सिंघल, वरिष्ठ भाजपा नेता गोपालपुरी, अनंत सागर, मंडल उपाध्यक्ष रविंद्र अरोड़ा, दिनेश सती, वैजयंती माला, नवीन नौटियाल, पार्षद आलोक कुमार, अल्पसंख्यक मोर्चा अध्यक्ष जावेद आलम, नदीम आदि उपस्थित रहे।भंडारी बाग में रेलवे ओवर ब्रिज निर्माण के लिए केंद्र सरकार ने विशेष आयोजनागत सहायता योजना के तहत 43.16 करोड़ राशि की सहायता दी है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस आरओबी के निर्माण के लिए कुल 44.58 करोड़ की स्वीकृत किए हैं। रेलवे से धनराशि आते ही यह राशि लागत में समायोजित हो जाएगी। इस आरओबी के निर्माण की जिम्मेदारी ईपीआइएल कंपनी को दी गई है।भंडारी बाग में रेलवे ओवर ब्रिज निर्माण के लिए केंद्र सरकार ने विशेष आयोजनागत सहायता योजना के तहत 43.16 करोड़ राशि की सहायता दी है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस आरओबी के निर्माण के लिए कुल 44.58 करोड़ की स्वीकृत किए हैं। रेलवे से धनराशि आते ही यह राशि लागत में समायोजित हो जाएगी। इस आरओबी के निर्माण की जिम्मेदारी ईपीआइएल कंपनी को दी गई है।