उत्तराखंड की वादियां हुई बर्फ से खुबसूरत; पर्यटक स्थलों पे पर्यटकों की संख्या बढ़ी
लंबे इंतजार के बाद धनोल्टी और चकराता की पहाड़ियां बर्फ से लकदक हो गई हैं, जबकि मसूरी में भी हल्के हिमपात से सैलानियों के चेहरे खिल उठे। बुधवार को मौसम के करवट बदलने के बाद से पर्यटक मसूरी में हिमपात की आस लगाए थे। अब मसूरी से धनोल्टी के बीच की पहाड़ियां दिनभर पर्यटकों से गुलजार हो गई हैं। एसएचओ मसूरी देवेंद्र असवाल ने बताया कि पर्यटकों की आमद को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जा रही है। वहीं, प्रसिद्ध पर्यटक स्थल औली में पांच इंज बर्फ जमी है, जिससे यहां पर्यटकों की आवाजाही फिर से शुरू हो गई है। इससे होटल व्यवसायी भी बेहद उत्साहित हैं। हिमपात की खबर पाते ही शुक्रवार को पर्यटक सुबह से ही मसूरी पहुंचना शुरू हो गए। व्यवस्था बनाए रखने को शहर में अतिरिक्त पुलिस बल भी पहुंच गया है। समीपवर्ती धनोल्टी से बुराशंखण्डा के बीच सड़क से बर्फ हटाने के लिए जेसीबी की मदद ली गई।
हिमपात के कारण मसूरी-सुवाखोली-मोरियाणा-उत्तरकाशी मार्ग पर यातायात बंद है। मसूरी-कैम्पटी रोड़ पर भी दोपहर तक यातायात बंद है। समीप के ग्रामीण क्षेत्रों से मसूरी को होने वाली दूध व ताजी सब्जियों की आपूर्ति भी नहीं हो सकी।इससे पहले गुरुवार को भी धनोल्टी और मसूरी में हिमपात की सूचना पर सैकड़ों पर्यटकों ने बुराशंखंडा-धनोल्टी का रुख किया और हिमपात का आनंद लिया। मसूरी मालरोड व अन्य बाजार में हिमपात भले बेहद हल्का रहा हो, लेकिन यहां पर्यटकों का तांता लगा रहा। धनोल्टी, बुरांशखंडा, आलू फार्म, बटवाधार, ड्यू प्वाइंट और सुवाखोली में जोरदार हिमपात हुआ है। वहीं, मसूरी के लालटिब्बा, दूधली भदराज में भी हल्का हिमपात हुआ। समीपवर्ती नागटिब्बा में भी अच्छी बर्फबारी हुई है। उधर, मौसम के करवट बदलने से जौनसार-बावर के लोखंडी, मोइला टॉप, बुधेर, कनासर, जाड़ी, लोहारी, कथियान, शिलगांव, मुंडाली, खडंबा समेत आसपास के ऊंचे इलाकों में बुधवार शाम को शुरू हुई बर्फबारी गुरुवार सुबह तक जारी रही। क्षेत्र के प्रमुख पर्यटन स्थल चकराता में बर्फ की हल्की फुहारें पड़ी।
समीपवर्ती नागटिब्बा में भी अच्छी बर्फबारी हुई है। उधर, मौसम के करवट बदलने से जौनसार-बावर के लोखंडी, मोइला टॉप, बुधेर, कनासर, जाड़ी, लोहारी, कथियान, शिलगांव, मुंडाली, खडंबा समेत आसपास के ऊंचे इलाकों में बुधवार शाम को शुरू हुई बर्फबारी गुरुवार सुबह तक जारी रही। क्षेत्र के प्रमुख पर्यटन स्थल चकराता में बर्फ की हल्की फुहारें पड़ी।चकराता से सटे चिरमिरी में हिमपात होने से घूमने आए कुछ पर्यटकों ने बर्फबारी का खूबसूरत नजारा देखा। बर्फबारी के बीच चकराता के चिरमिरी पहुंचे नेशनल शूटर पंकज चौहान ने प्रकृति के इस खूबसूरत नजारे का लुत्फ उठाया। ऊंचे इलाकों में हुई बर्फबारी के चलते जौनसार-बावर की लाइफ लाइन कहे जाने वाले त्यूणी-चकराता हाईवे पर लोखंडी से असमाड़ के बीच सड़क पर बर्फ की मोटी परत जम गई। लोहारी-लोखंडी के क्षेत्र पंचायत सदस्य रमेश चौहान, होटल स्वामी रोहन राणा, धूम सिंह चौहान व लोक गायक कुमपाल भारती आदि ने कहा हाईवे पर जमीं बर्फ के कारण लोखंडी व असमाड़ के बीच तेज ढलान वाले पहाड़ी मार्ग पर गुरुवार को वाहनों की आवाजाही प्रभावित रही।
बर्फबारी के चलते कई वाहन असमाड़ में सड़क पर जमीं बर्फ के बीच फंस गए। जिसे बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला गया। विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल औली में बर्फबारी के बाद यहां की स्लोप पर करीब पांच इंच बर्फ जम गई है। बर्फबारी के बाद पर्यटकों की आवाजाही फिर शुरू हो गई है। पर्यटन स्थल औली में गुरुवार सुबह से बर्फबारी शुरू हो गई, जो शाम तक रुक-रुककर जारी रही। गुरुवार को 150 देशी-विदेशी पर्यटक औली पहुंचे। पर्यटकों की आवाजाही से होटल व्यवसायी भी उत्साहित हैं।होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष अंति प्रकाश शाह ने बताया कि औली में बर्फबारी के बाद देशी, विदेशी पर्यटकों की यहां लगातार आमद हो रही है। उन्होंने बताया कि पर्यटक रज्जुमार्ग के अलावा सड़क मार्ग से भी औली पहुंच रहे हैं। यहां आकर चेयर लिफ्ट से औली की आसपास की वादियों का दीदार कर पर्यटक आनंदित हो रहे हैं। गोरसों में डेढ़ फीट बर्फ जमी है और पर्यटक वहां भी पहुंचने लगे हैं।