सरकार का बड़ा फैसला-निर्यात बाद में-पहले देश में वैक्सीनेशन पर हो focus
नई दिल्ली ।
भारत में एक बार फिर कोरोना का कहर तेज हो गया है, इसी बीच देश में कोरोना का टीकाकरण भी तेजी से जारी है। कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए भारत आगामी कुछ महीनों तक कोविड-19 टीकों के निर्यात को संभवत विस्तार नहीं देगा, क्योंकि कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ने के मद्देनजर उसका ध्यान घरेलू मांग को पूरा करने पर केंद्रित हो गया है। कोरोना के बढ़ते मामले ने सरकार और लोगों की चिंता बढ़ा दी है।
बुधवार को देश में 53,364 नए केस सामने आए हैं, जो बीते साल 23 अक्टूबर के बाद से सबसे बड़ा आंकड़ा है।
23 अक्टूबर को देश में 54,350 नए केस मिले थे, उसके बाद से लगातार यह संख्या कम ही थी। इसके बाद से लगातार नए केसों की संख्या में गिरावट देखने को मिला, लेकिन इस महीने लगातार मामलों में इजाफा हो रहा है। हर दिन नए मामलों की संख्या बढ़ती जा रही है। कोरोना की पहली लहर का चरम पिछले साल 17 सितंबर को देखा गया था, जब देश में 98 हजार केस सामने आए थे।
दो-तीन महीनों बाद होगी हालात की समीक्षा
एक अधिकारियों ने जानकारी दी कि भारत अगर-अगल देशों से की जा चुकी मौजूदा प्रतिबद्धताएं पूरी करेगा, लेकिन घरेलू मांग पूरा करने के लिए आगामी कुछ महीनों के लिए निर्यात नहीं बढ़ाएगा। उन्होंने जानकारी दी कि दो-तीन महीनों बाद हालात की समीक्षा की जाएगी। भारत ने विदेशों में टीके की आपूर्ति करना 20 जनवरी से शुरू किया था। भारत अब तक करीब 80 देशों में टीके की छह करोड़ चार लाख खुराक भिजवा चुका है।
बता दें कि पिछले सप्ताह केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने राज्यसभा में कहा था कि कोरोना टीके का निर्यात सरकार प्राथमिकताओं को ध्यान में रखकर कर रही है। उन्होंने कहा, कहीं से भी भारतीय नागरिकों की कीमत पर टीके को बाहरी देशों को नहीं बेचा जा रहा है। इसके लिए सरकार के उच्चतम स्तर और समितियों के विशेषज्ञ सामंजस्य बैठाकर इसके लिए स्वीकृति प्रदान कर रहे हैं।
45 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोग कोविड-19 रोधी टीका
वहीं सरकार ने मंगलवार को घोषणा की कि देश में एक अप्रैल से 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोग कोविड-19 रोधी टीका लगवाने के पात्र होंगे। मंगलवार तक के आंकड़ों के मुताबिक अब तक देश में 4,84,94,594 लोगों को टीका लग चुका है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक के बाद लोगों से कोविड-19 रोधी टीके की खुराक के लिये पंजीकरण कराने और टीका लगवाने की अपील की।
मंत्रिमंडल ने यह भी निर्णय किया कि टीके की दूसरी खुराक डाक्टरों की सलाह पर चार से आठ सप्ताह के बीच ली जा सकती है। पिछले 24 घंटों में कोविड-19 रोधी टीके की रिकॉर्ड 32.5 लाख खुराक दी गई है। अभी एक मार्च से 60 वर्ष से अधिक आयु और गंभीर बीमारियों से ग्रसित 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को ही टीका लगाया जा रहा है।