कैबिनेट मंत्री बिशन सिंह चुफाल का आदेश : पेयजल निगम ,जल संस्थान में उच्चस्थ से अधिनस्थ कार्मिकों की लम्बित पदोन्नती प्रक्रिया हो तत्काल पूरी
देहरादून ।
प्रदेश के पेयजल, वर्षा जल सरंक्षण, ग्र्रामीण निर्माण एवं जनगणना मंत्री विशन सिंह चुफाल द्वारा विधान सभा स्थित कक्ष में पेयजल निगम और जल सस्थान की विभागीय समीक्षा बैठक की गई।
बैठक में मंत्री द्वारा जल जीवन मिशन के कार्यो की वर्तमान समय में प्रगति का विवरण प्राप्त करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिये कि जल जीवन मिशन पेयजल योजना के अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में जिन स्थानों पर पाइप्ड टैप्ड वाटर देने से पेयजल की सप्लाई में किसी तरह की यदि कोई कमी आ गई हो तथा आगामी समय में विभिन्न स्थानों पर पेयजल की आपूर्ति यदि किसी तरह कहीं पर कम होने की सम्भावना है अथवा स्त्रोत सुखने से जल का संकट पैदा हो सकता है ऐसे सभी स्थानों को चिन्हित किया जाय और तत्काल वहाॅ के लिए पेयजल की वैकल्पिक तथा दूरगामी आपूर्ति सुनिश्चित करने पर कार्य किया जाय। उन्होेने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये कि किसी भी क्षेत्र-गाॅव में एक से अधिक पेयजल स्कीम को इम्लिमेन्ट ना किया जाय तथा जो अधीनस्थ कार्मिक एक ही क्षेत्र में एक से अधिक पेयजल योजनाएॅ बनाते पाये जाते है उन पर सख्त कार्यवाही की जाय। जिससे जिन क्षेत्रों में जल की अधिक किल्लत है वहाॅ पर भी पेयजल के लिए पर्याप्त धनराशि की आपूर्ति सुनिश्चित हो सके। उन्होने पेयजल की अधिक किल्लत वाले क्षेत्रों को प्रथामिकता आधारित पेयजल देने के भी निर्देश दिये।
पेयजल मंत्री ने प्रत्येक विधानसभा में पहाडी क्षेत्रों के लिए 20-20 हैडपम्प तथा मैदानी क्षेत्रों के लिए 10-10 हैडपम्प लगवाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिये। उन्होने पेयजल योजनाओं के पूर्ण किये गये कार्यो का कार्यदायी सस्थाओं जल सस्थान एवं पेयजल निगम के अधिकारियों को 03 दिन के भीतर उपयोगिता प्रमाण-पत्र (यू.सी.) प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि जिन स्थानों पर पेयजल की आपूर्ति ठीक है किन्तु छोटे टैंक होने के चलते पानी ओवरफ्लो हो जाता है वहाॅ पर बडे टैंक के निर्माण का भी प्रावधान रखा जाय। उन्होने जल जीवन मिशन के कार्यो को तीव्र गति से संचालित करने के लिए आउटसोर्सिग के माध्यम से तत्काल अतिरिक्त कनिष्ठ अभियन्ता (जेई.) के नियुक्ति की प्रक्रिया जल्दी पूर्ण करने के निर्देश दिये तथा जल जीवन मिशन के कार्यो की लगातार निगरानी करते हुए उसकी प्रगति तेजी से बढाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिये।
मंत्री ने पेयजल निगम तथा जल संस्थान दोनो विभागों में उच्चस्थ से अधिनस्थ कार्मिकों की लम्बित पदोन्नती प्रक्रिया को तत्काल पूर्ण करने के निर्देश दिये जिससे दोनो विभागों का ढाॅचा और व्यवस्थित बन सकें।
इस दौरान बैठक में सचिव पेयजल नितेश कुमार झा, अपर सचिव जी. बी. आॅली, एम.डी पेयजल मिशन एस. के. पन्त, अधीक्षण अभियन्ता पेयजल निगम एस. सी. पन्त, प्रभारी अधीक्षण अभियन्ता नमित रमोला सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद थे।