मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की साफ छवि को बदनाम करने की साजिश, विधायक मुन्ना सिंह के लोगों के द्वारा यमुना नदी मे चलायी जा रही माफिया गिरी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की साफ छवि पर विकासनगर में लग रहा है बट्टा। खनन की आड़ में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की साफ छवि को बदनाम करने की विकासनगर में रची जा रही है साजिश, क्या सत्ताधारी दल के नेता और सरकारी अधिकारी ही रच रहे हैं मुख्यमंत्री को बदनाम करने की साजिश बताया जा रहा कि सी एम के कार्यालय के लोगों और विधायक मुन्ना सिंह के लोगों के द्वारा खुले मे माफिया गिरी यमुना नदी मे चलायी जा रही।
जिलाधिकारी देहरादून को वीडियोग्राफी व फोटो पत्र के माध्यम से शिकायत दी उस पर जिलाधिकारी द्वारा कोई कार्यवायी नहीं की गई ओर एसएसपी देहरादून को भी लेटर से शिकायत की सूचना विकासनगर में अवैध खनन दी गयी।
जनक सिंह रावत के इकबाल के सामने पछवादून प्रशासन नतमस्तक ,तीन दिन पहले तहसील प्रशासन, पुलिस,खनन विभाग ने पुल नंबर एक स्तिथ जनक सिंह रावत के खनन पट्टे पर औचक छापेमारी की थी छापेमारी के दौरान संयुक्त टीम ने कार्यवाही करते हुए नो वाहनों को अवैध खनन करते हुए पकड़ा था और यह हिदायत दी थी कि भविष्य में कभी लीज से बाहर खनन ना किया जाए लेकिन जनक सिंह रावत खनन पट्टे की आड़ में यमुना नदी से तीन किलोमीटर के दायरे में अवैध रूप से खनन कार्य करा रहा है लेकिन सम्बन्धित विभाग मुकदर्शक बने हुए हैं बताया जा रहा है कि कोई बड़ा दबाव स्थानीय प्रशासन पर है जिस वजह से स्थानीय प्रशासन ने इस खेल को देख कर भी अनदेखा किया हुआ है लगभग छ:दिनों में यमुना नदी स्तिथ जनक सिंह रावत के पट्टे की आड़ में डेढ़ करोड़ से भी अधिक की खनन सामग्री उठाई गई है लेकिन सरकारी दस्तावेजो में यह धनराशि बहुत कम दर्शाई गई है ऐसे में सवाल यह खड़ा होता है कि अवैध खनन कर अवैध रूप से कमाई गई दौलत में कौन कौन हिस्सेदार है क्या इस अवैध कमाई से सरकारी अधिकारी,सफेदपोश या मीडिया को भी हिस्सा जा रहा है जिस वजह से सभी मौन साधे हुए है ऐसी कौन सी हस्ती हैं जो जनक सिंह रावत को यमुना नदी में लूट करने की अनुमति दे रहा है।