International Yoga Day 2023: देवभूमि के गंगा ग्रामों में भी रहेगी योग की धूम, 20 लाख लोगों को जोड़ने का लक्ष्य
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर 21 जून को देवभूमि उत्तराखंड के गंगा ग्रामों में भी योग की धूम रहेगी। राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) ने इस बार देशभर में गंगा व उसकी सहायक नदियों पर बने घाटों मे योगाभ्यास कार्यक्रमों के माध्यम से 20 लाख व्यक्तियों को जोड़ने का लक्ष्य रखा है।
इसी क्रम में गंगा के उद्गम वाले उत्तराखंड में भी इसे लेकर कसरत तेज की गई है। सभी जिला गंगा समितियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अधिक से अधिक व्यक्तियों को योग के माध्यम से गंगा से जोड़ें। इसमें गंगा ग्रामों पर विशेष ध्यान केंद्रित करने को कहा गया है।
उत्तराखंड में भी इसकी रुपरेखा तय:
राष्ट्रीय नदी गंगा की स्वच्छता एवं निर्मलता के लिए एनएमसीजी के अंतर्गत चल रहे महत्वाकांक्षी नमामि गंगे कार्यक्रम के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा व्यक्तियों को गंगा से जोड़ने की दिशा में कदम बढ़ाए जा रहे हैं। इसी उद्देश्य से एनएमसीजी ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर ‘वसुधैव कुटुंबकम: एक विश्व, एक स्वास्थ्य’ की थीम पर गंगा व उसकी सहायक नदियों के घाटों में योगाभ्यास को वृहद स्वरूप देने की ठानी है।
उत्तराखंड में भी इसकी रुपरेखा तय कर दी गई है। राज्य में इस कार्यक्रम के नोडल अधिकारी पूरन चंद्र कापड़ी के अनुसार प्रदेश में एक लाख से अधिक व्यक्तियों को जोड़ने का लक्ष्य है। मंतव्य यही है कि योग के साथ लोग नदी संरक्षण से जुड़ें। लोग स्वस्थ रहेंगे तो वे नदियों को भी स्वस्थ रखेंगे। इस कड़ी में गंगा ग्रामों पर विशेष जोर दिया गया है।
जागेश्वर धाम में योग दिवस का मुख्य कार्यक्रम:
उत्तराखंड में राज्य सरकार भी योग दिवस की तैयारियों में जुटी है। योग दिवस का मुख्य कार्यक्रम कुमाऊं मंडल में प्रसिद्ध जागेश्वर धाम में होगा, जिसमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शामिल होंगे। इसके अलावा सभी सरकारी, गैर सरकारी संस्थानों, शिक्षण संस्थाओं में भी योग दिवस पर योगाभ्यास के कार्यक्रम होंगे।
नमामि गंगे के अंतर्गत योग दिवस पर गत वर्ष 10 लाख लोग जुड़े थे। इस बार यह लक्ष्य दोगुना किया गया है। देश में सभी जिला गंगा समितियों के साथ 1600 से अधिक बैठकें हो चुकी हैं। सभी डीएम को पत्र भी जारी किया जा रहा है कि वे गंगा व उसकी सहायक नदियों पर बने घाटों में योग के कार्यक्रम सुनिश्चित कराएं। इसके लिए उन्हें कुछ सहयोग भी दिया जाएगा।
-जी अशोक कुमार, महानिदेशक, राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन:
एनएमसीजी के निर्देशों के क्रम में उत्तराखंड में सभी जिलों में जिला गंगा समितियों के माध्यम से गंगा घाटों और नदियों के किनारे योग के कार्यक्रम होंगे। इसे लेकर सभी डीएम को निर्देशित किया गया है। उनसे यह भी कहा गया है कि गंगा ग्रामों में योग के कार्यक्रम आयोजित कर ज्यादा से ज्यादा लोग इससे जोड़े जाएं। इन गांवों में गंगा स्वच्छता में आमजन की भागीदारी सुनिश्चित करने पर जोर दिया जाएगा।
-उदयराज सिंह, अपर सचिव एवं कार्यक्रम निदेशक (नमामि गंगे उत्तराखंड)
उत्तराखंड में गंगा ग्राम:
जिला, संख्या
टिहरी, 32
चमोली, 30
उत्तरकाशी, 22
पौड़ी, 20
हरिद्वार, 14
रुद्रप्रयाग, 12
देहरादून, 02