बागेश्वर उपचुनाव में भाजपा-कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर, जानिए किसको मिलेगा फायदा

कांग्रेस बागेश्वर विधानसभा उपचुनाव में पूरी ताकत से खम ठोकने की तैयारी में है। चुनावी रणनीति और मुद्दों की सूची को इस तरह धार दी जा रही है कि सत्तारूढ़ दल भाजपा को कड़ी टक्कर मिल सके। लोकसभा चुनाव और निकाय चुनाव से पहले इस उपचुनाव में सफलता मिलती है तो इससे पूरे प्रदेश में कांग्रेस के पक्ष में मजबूत संदेश जाएगा।
समय पर चुनाव की तैयारी प्रारंभ करने के लिए प्रमुख प्रतिपक्षी दल 13 या 14 अगस्त को प्रत्याशी घोषित कर सकता है। कांग्रेस को वर्ष 2017 के बाद से लगातार हार का सामना करना पड़ रहा है। उत्तराखंड में अपने खोए जनाधार को पाने के लिए पार्टी हाथ-पांव मार रही है। वर्ष 2022 में फरवरी माह में हुए विधानसभा चुनाव के बाद से अभी तक एक उपचुनाव हो चुका है।
बीते वर्ष मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं चंपावत सीट से प्रत्याशी थे। मुख्यमंत्री ने भारी मतों से इस उपचुनाव में जीत हासिल की थी। वर्ष 2022 में 12141 मतों के अंतर से जीते थे चंदन रामदास अब कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास के निधन के पश्चात बागेश्वर सुरक्षित सीट रिक्त हो गई। निर्वाचन आयोग चुनाव और चुनाव परिणाम की तिथियां घोषित कर चुका है। चंदन रामदास वर्ष 2007 के बाद से वर्ष 2022 तक लगातार चौथे बार इस सीट से विधायक चुने गए थे।

भाजपा के गढ़ पर कांग्रेस का घेराव
लंबे समय से भाजपा के खाते में रही इस सीट पर अब कांग्रेस की नजर टिकी हुई है। वर्ष 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में चंदन रामदास को 32,211 मत मिले थे, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस प्रत्याशी रणजीत दास को 20017 मत प्राप्त हुए थे। चंदन रामदास को 12141 मतों के अंतर से जीत हासिल हुई थी।

एंटी इनकंबेंसी फैक्टर से उम्मीदें
कांग्रेस को यह उम्मीद है कि धामी सरकार के एक वर्ष से अधिक कार्यकाल में एंटी इनकंबेंसी फैक्टर रंग लाएगा। भर्ती घोटाले, अग्निपथ योजना, वनंतरा रिसार्ट की महिला कर्मचारी की हत्या से उपजी एंटी इनकंबेंसी का लाभ मिलेगा।
यही कारण है कि पार्टी इस उपचुनाव के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। कांग्रेस की कोशिश दमदार प्रत्याशी को चुनाव मैदान में उतारने की है। पार्टी ने प्रत्याशी चयन के लिए समिति का गठन किया था। यह समिति अपनी रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कमेटी को सौंप चुकी है। पार्टी नेतृत्व को भेजा तीन नाम का पैनल समिति की ओर से संस्तुत तीन नामों का पैनल अब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के माध्यम से पार्टी हाईकमान तक पहुंच चुका है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा कि दो-तीन दिन में प्रत्याशी घोषित कर दिया जाएगा। प्रयास ये किया जा रहा है कि पार्टी प्रत्याशी की घोषणा सर्वसम्मति से हो, ताकि पार्टी एकजुटता व ताकत से चुनाव लड़ सके। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि प्रदेश में भर्तियों में घोटाले हो रहे हैं। नौजवान बेरोजगारी और महंगाई से जूझ रहा है। जनता कांग्रेस की ओर टकटकी लगाए हुए हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *