केदारनाथ उपचुनाव: प्रत्याशियों के भाग्यविधाता बनेंगे 90,450 मतदाता, पीएम मोदी की साधना स्थली को लेकर कांग्रेस सतर्क

केदारनाथ विधानसभा की रिक्त चल रही सीट के उपचुनाव के लिए 20 नवंबर को मतदान होगा। 23 नवंबर को मतगणना की जाएगी। 22 अक्टूबर को उपचुनाव की अधिसूचना जारी की जाएगी। उप चुनाव के दृष्टिगत रुद्रप्रयाग जिले में चुनाव आचार संहिता प्रभावी हो गई है। इस उपचुनाव में 90,450 मतदाता अपनी विधानसभा के लिए प्रतिनिधि चुनेंगे। अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी डा विजय कुमार जोगदंडे ने मंगलवार को सचिवालय स्थित मीडिया सेंटर में यह जानकारी दी।

केदारनाथ को लेकर कांग्रेस सतर्क
केदारनाथ उपचुनाव को लेकर कांग्रेस अत्यंत सतर्कता बरत रही है। केदारनाथ धाम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की साधना स्थली रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने भी बाबा केदारनाथ में अगाध आस्था का प्रदर्शन करने से कभी गुरेज नहीं किया। वर्ष 2013 में आपदा से तहस-नहस हुए केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्य प्रधानमंत्री के रूप में नरेन्द्र मोदी की प्राथमिकता में रहा है।

केदारनाथ के लिए पर्यवेक्षक दल में गणेश गोदियाल को स्थान
देहरादून: प्रदेश में रिक्त चल रही केदारनाथ विधानसभा सीट पर उपचुनाव की तिथि तय होते ही राजनीतिक दलों की गतिविधियां तेज हो गई हैं। कांग्रेस ने उपचुनाव के लिए चार दिन पहले गठित दो सदस्यीय पर्यवेक्षक दल में संशोधन किया है। यह दल अब चार सदस्यीय हो गया है। वरिष्ठ पर्यवेक्षक के रूप में पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य गणेश गोदियाल और सदस्य के रूप में समीपस्थ बदरीनाथ सीट से विधायक लखपत सिंह बुटोला को इसमें स्थान दिया गया है। गोदियाल को पर्यवेक्षक बनाकर पार्टी ने उपचुनाव को धारदार बनाने की अपनी रणनीति को एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है। कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा ने मंगलवार को चार सदस्यीय पर्यवेक्षक दल की घोषणा की। इससे पहले गत 11 अक्टूबर को उन्होंने केदारनाथ उपचुनाव के लिए दो सदस्यीय पर्यवेक्षक दल गठित किया था। इस दल में विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी और हरिद्वार जिले की झबरेड़ा सीट से विधायक वीरेंद्र जाति को सम्मिलित किया गया है।

 

 

 

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