Fabiflu medicine क्या है , आखिर क्यों corona महामारी में फायरब्रांड क्रिकेटर और bjp सांसद Gautam Gambhir बाँट रहे इसको

कोरोना का कहर पूरे देश में कहर बनकर टूट रहा है। अस्पतालों में बेड और दवाइयों की कमी से हजारों लोगों को अपनी जान गवांनी पड़ रही है। इससे बचने के लिए पूर्व दिग्गज खिलाड़ी गौतम गंभीर ने अपने हाथ आगे बढ़ाएं हैं। क्रिकेटर और बीजेपी सांसद गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने कोविड की दवाओं की भारी कमी के बीच अपने संसदीय क्षेत्र पूर्वी दिल्ली में एंटीवायरल ड्रग ‘फैबिफ्लू’ (Fabiflu) फ्री में बांटना शुरू कर दिया है। बता दें कि कोविड 19 के मामूली रूप से पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए ये एंटीवायरल दवा दी जाती है। आइए आपको बताते हैं फैबीफ्लू क्या है और इसके क्या फायदे हैं।

क्या है फैबीफ्लू टैबेलेट
फैबिफ्लू कोविड19 के इलाज के लिए फेविपिराविर दवा है, जिसे ग्लेनमार्क फार्मा कंपनी बनाती है। कोरोना के बढ़ते दबाव को कम करने में ये दवा काफी हद तक मदद करती है। हल्के संक्रमण में इसके इस्तेमाल से वायरस को फैलने से रोका जा सकता है।

कैसे लें इसकी डोज
कोरोना संक्रमण का पता चलने के बाद पहले दिन फैबिफ्लू की 1800 एमजी की दो खुराक लेनी होती है। उसके बाद 14 दिन तक 800 एमजी की दो खुराक लेना पड़ता है।

हार्ट और डायबिटीज के मरीज भी ले सकते हैं दवा
जिन मरीजों को हार्ट संबंधी परेशानी या डायबिटीज की शिकायत है, वो लोग भी इस दवा का सेवन कर सकते हैं। हालांकि गंभीर पीड़ितों को डॉक्टर की सलाह पर ही दवा लेनी चाहिए।

दवा का प्राइज
यह दवा मार्केट में 103 रुपये प्रति टैबलेट के दाम पर मिल रही है। हालांकि दवाइयों की किल्लत और कालाबाजारी के चलते मुंह मांगे दाम पर मरीज ये टैबलेट खरीदने को मजबूर हैं।

गौतम गंभीर की अच्छी पहल
बीजेपी सांसद और पूर्व खिलाड़ी गौतम गंभीर अपने संसदीय क्षेत्र में लोगों को फ्री में फैबिफ्लू दवा उपलब्ध करावा रहे हैं। गंभीर में ट्वीट कर कहा कि ‘पूर्वी दिल्ली के लोग “Fabiflu” मेरे कार्यालय (2, जाग्रति एन्क्लेव) से 10 से 5 के बीच मुफ़्त में ले सकते हैं। अपना आधार और डॉक्टर की पर्ची ले आएं।’

‘आखिरी सांस तक लोगों की सेवा करुंगा’
गंभीर ने अपनी देश की जनता की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाए हैं। ट्वीट कर उन्होंने लिखा कि ‘दिल्ली मेरा घर है और मैं अपनी आखिरी सांस तक लोगों की सेवा करता रहूंगा। बिस्तरों, ऑक्सीजन और दवाओं के लिए कई रिक्वेस्ट मिल रही हैं, हम जितना हो सके उतना मदद कर रहे हैं।’

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