कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने किया बीजेपी द्वारा मनाये जा रहे सेवा दिवस पर कटाक्ष , कहा सेवा दिवस ने कर दिया भाजपा का चाल,चरित्र,चेहरा उजागर
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने भाजपा द्वारा मनाए जा रहे सेवा दिवस पर कटाक्ष किया है।उन्होंने कहा कि भाजपा हमेशा चुनावी मोड में रहने वाली पार्टी है। इसलिए सत्ताधारी पार्टी चुनाव नजदीक आते देख डैमेज कंट्रोल करने में जुट गई है। प्रीतम सिंह ने कहा कि लगातार अपने ग्राफ को गिरते देख भाजपा को कोरोना पीड़ितों की सुध आई है। पीसीसी अध्यक्ष ने कहा जब प्रदेश में कोरोना महामारी के चलते हर तरफ तबाही का मंजर था, तो उसके नेताओं और कार्यकर्ताओं ने खुद को आइसोलेट कर जनसंपर्क से दूरी बनाए रखी। लेकिन अब प्रधानमंत्री के कार्यकाल के 2 वर्ष पूर्ण होने पर एक दिन का सेवा दिवस मनाते हुए कोरोना पीड़ितों की सुध लेने के लिए कार्यकर्ताओं से गांव गांव जाने को कहा है।प्रीतम सिंह ने कहा कि जब कोरोना की दूसरी लहर अपने चरम पर थी तब भाजपा के द्वारा कोई मदद लोगो तक नही पहुंचाई गई लेकिन आज जब उनके नेता के कार्यकाल को 2 वर्ष पूरे हो रहे तो भाजपा को लोगों की सुध आयी है जो अत्यंत शर्मनाक है। प्रीतम सिंह ने भाजपा से पूछा क्या बीमार लोगों की सेवा सिर्फ अपने पार्टी के झंडे को बुलंद करने के लिए की जाती है? क्या बीमार लोगों की सुध सिर्फ अपने नेता के कार्यकाल पूरा होने पर ही ली जानी चाहिए?
श्री सिंह ने कहा की जिस तरह से 5 राज्यो के चुनावी रैलियों में नियम कानूनों की धज्जियां उड़ाई गयीं, और उत्तरप्रदेश एवं उत्तराखंड में आरएसएस कोर ग्रुप की बैठक संगठन की मजबूती और चुनावी रणनीति तैयार करने के लिए आहूत की गई अच्छा होता यदि कोरोना के मद्देनजर लोगो की मौतें रोकने और बढ़ रही बेरोज़गारी हेतु रोडमैप तैयार करने के लिए भी भाजपा संगठन कोई बैठक बुलाता।प्रीतम सिंह ने कहा कि आज भाजपा की निष्क्रियता का ही परिणाम है कि आज कई स्थानों पर जनता का आक्रोश भाजपा के प्रति फूट रहा है। महामारी के दौरान सत्ता पक्ष के कूप्रबंधन और अव्यवस्थाओं के चलते ही हजारों लोग काल का ग्रास बन गए। ज्यादातर की मौत बीमारी से नहीं बुनियादी सुविधाओं के अभाव में हुई है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि ऐसे में भाजपा डैमेज कंट्रोल करने की कितनी भी कोशिश कर ले या अपने वोट बैंक बढ़ाने की सोचे लेकिन उत्तराखंड की जनता अपने छाले और घाव इतनी आसानी से भूलने वाली नहीं है। उत्तराखंड की जनता इतनी आसानी से भाजपा को माफ करने वाली नहीं और आगामी चुनाव में सेवा दिवस के नाम पर ढोंगऔर प्रपंच करने वाली पार्टी को सबक सिखा कर अपने ज़ख्मो का बदला ज़रूर लेगी