इंटरव्यू में बोले प्रल्हाद जोशी – कांग्रेस में जो स्वयं को चेहरा मान रहे, 2017 में दो-दो सीटों से क्यों हार गए।


कर्नाटक की धारवाड़ सीट से वर्ष 2004 से सांसद और केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी को चुनाव प्रबंधन में महारत हासिल है। यही वजह है कि भाजपा ने उन्हें उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव की कमान सौंपी है। प्रदेश चुनाव प्रभारी के रूप में जोशी इन दिनों भाजपा के मुख्य रणनीतिकार की भूमिका में हैं। साथ ही प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस पर सीधे निशाना भी साध रहे हैं। प्रल्हाद जोशी से ‘दैनिक जागरण’ के स्टेट ब्यूरो चीफ विकास धूलिया ने इस चुनाव में भाजपा की ताकत, मुख्य मुद्दों और विपक्ष द्वारा उठाए जा रहे सवालों को लेकर विस्तृत बातचीत की।
कांग्रेस का दावा है कि चुनाव में उसके पास अनुभवी चेहरा है, भाजपा के पास अनुभवहीन।

जो व्यक्ति स्वयं को चेहरा समझ रहे हैं, वे वर्ष 2017 में दो-दो सीटों से चुनाव क्यों हार गए। सच यह है कि जो खुद को कांग्रेस का नेता मान रहे हैं, कांग्रेस उन्हें चेहरा ही नहीं मान रही है। इन्हें जनता ने अच्छी तरह देख लिया है। इसलिए जो ऐसा बोल रहे हैं, उसमें कोई दम नहीं है।
सरकार में बार-बार नेतृत्व परिवर्तन पर कांग्रेस सवाल उठा रही है।

कांग्रेस जब यहां सरकार में थी और बाकी जगह भी जहां-जहां सत्ता में रही, तो तब क्या कांग्रेस ने सरकार के नेतृत्व में बदलाव नहीं किया। क्या पिछली बार उत्तराखंड में कांग्रेस ने एक ही व्यक्ति के नेतृत्व में सरकार चलाई। हमारी पार्टी ने नेतृत्व बदला, लेकिन हमारी पार्टी की एक नीति है। भाजपा राष्ट्रीय नेतृत्व की नीति और दिशा स्पष्ट है। कांग्रेस की न नीति स्पष्ट है और न दिशा। कांग्रेस इस विषय को उठा रही है, इसका कोई मतलब नहीं है।
कांग्रेस की राष्ट्रीय छवि व नेतृत्व का उत्तराखंड में क्या असर महसूस किया।

है कहां कांग्रेस का राष्ट्रीय नेतृत्व और आया कब। यहां भी कांग्रेस का नेतृत्व कहां दिख रहा है। स्थिति यह है कि आज के दिन भी कांग्रेस का कोई राष्ट्रीय अध्यक्ष ही नहीं है, तात्कालिक अध्यक्ष है। जो नेता पार्टी के अंदर पूछ रहे हैं कि चुनाव कराओ, नेतृत्व को चुन लो, उन्हें साइडलाइन कर दिया गया है। जब कांग्रेस का कोई नेतृत्व ही नहीं, तो इसके असर के बारे में क्या बात करें।
भाजपा प्रत्याशियों के पास कांग्रेस से मुकाबले को क्या अस्त्र-शस्त्र हैं।

-सबसे बड़ा तो यही कि भाजपा ने उत्तराखंड की रचना की और भाजपा ने ही इसका विकास किया। विरोधी विकास नहीं करते, केवल समाज को बांटने का काम करते हैं। जुमे की छुट्टी की, मुस्लिम यूनिवर्सिटी की बात कौन कह रहा है। प्रदेश की बात हो या देश की, हमारी नीति यही है कि सभी को शिक्षा मिलनी चाहिए। सभी को समान अवसर मिलने चाहिए।

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