चारधाम यात्रा आरंभ होने से पहले ही सक्रिय हुए साइबर ठग, एसटीएफ ने 19 फर्जी वेबसाइट कराई बंद

चारधाम यात्रा शुरू होने में अभी एक सप्ताह का समय है, लेकिन साइबर ठग पहले ही सक्रिय हो चुके हैं। पहले साइबर ठग हेली सेवा की बुकिंग के नाम पर तीर्थ यात्रियों को शिकार बनाते थे, लेकिन अब होटल बुकिंग के नाम पर भी ठगी का प्रयास करने लगे हैं। ऐसी शिकायतों के बाद पुलिस ने इस वर्ष होटल बुकिंग के नाम पर बनाई गई सात और हेली सेवा बुकिंग के लिए बनाई गई 12 फर्जी वेबसाइट को बंद करा दिया है। इससे पूर्व पिछले वर्ष पुलिस ने हेली सेवा के नाम पर बनाई गई 64 फर्जी वेबसाइट को बंद कराया था। यानी पिछले एक वर्ष में पुलिस ऐसी 83 फर्जी वेबसाइट बंद करा चुकी है। वहीं, ठगी की घटनाएं रोकने के लिए पुलिस विभाग के इंटरनेट मीडिया सेल को भी चारधाम यात्रा से पहले पूरी तरह सक्रिय कर दिया है।

ये है सही वेबसाइट
एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि वर्ष 2023 की तरह उत्तराखंड राज्य सरकार के उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) की ओर से इस वर्ष भी भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आइआरसीटीसी) के साथ हेली सेवा बुकिंग का अनुबंध किया गया है। आइआरसीटीसी की ओर से अपनी वेबसाइट https://www.heliyatra.irctc.co.in/ को चारधाम हेली सेवा की बुकिंग के लिए अधिकृत किया गया है। ऐसे में तीर्थयात्री इस के माध्यम से अपनी यात्रा के लिए हेली सेवा बुक करा सकते हैं। केदारनाथ के लिए हेली सेवा बुकिंग जून तक फुल हो चुकी हैं।

यहां करें फर्जी वेबसाइट व लिंक की शिकायत
कोई भी फर्जी वेबसाइट, मोबाइल नंबर, लिंक की जानकारी संज्ञान में आने पर एसटीएफ कार्यालय देहरादून से शिकायत कर सकते हैं। इसके अलावा मोबाइल नंबर 9456591505 एवं 9412080875 पर भी ठगी संबंधी सूचना दे सकते हैं।

इस बार गंगोत्री मंदिर परिसर में ही मिलेगी स्वास्थ्य सुविधा
चारधाम यात्रा शुरू होने में छह दिन का समय शेष है। प्रशासन के अलावा गंगोत्री मंदिर समिति और यमुनोत्री मंदिर समिति भी अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटी हैं। गंगोत्री मंदिर परिसर में इस बार तीर्थ यात्रियों की सुविधा के लिए चिकित्सकों की टीम मौजूद रहेगी। इसके लिए गंगोत्री मंदिर समिति स्वास्थ्य टीम को मंदिर परिसर के पास एक कमरा उपलब्ध करवाने जा रही है।

कई बार तीर्थ यात्रियों को प्राथमिक चिकित्सा की जरूरत होती है
गंगोत्री धाम में वीआइपी पार्किंग के पास चारधाम यात्रा के दौरान स्वास्थ्य विभाग का अस्पताल संचालित होता है। इस अस्पताल से मंदिर की दूरी करीब 800 मीटर है। मंदिर में दर्शन के लिए सिंचाई विभाग के गेस्ट हाउस तक लंबी लाइन लगी रहती है। इसके अलावा घाटों पर भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होती है।
कई बार तीर्थ यात्रियों को प्राथमिक चिकित्सा की जरूरत होती है तो उन्हें वीआइपी पार्किंग के पास स्थित अस्पताल पहुंचाया जाता है। गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश सेमवाल ने बताया कि मंदिर समिति ने इसके लिए स्वास्थ्य विभाग से बात की है। इस बार स्वास्थ्य विभाग की एक टीम मंदिर परिसर के पास मौजूद रहेगी।

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