Kanwar भरने उत्तराखंड आ रहे हैं तो पहले जान लें यह नियम, वरना हो जाएंगे परेशान…
22 जुलाई से शुरू होने जा रही कांवड़ यात्रा को लेकर पुलिस विभाग अभी से सतर्क हो गया है। इस बार पांच करोड़ कांवड़ यात्रियों के हरिद्वार पहुंचने की उम्मीद है। वहीं उत्तराखंड पुलिस ने इस बार कांवड़ यात्रियों के लिए भी नियम सख्त किए हैं। कोई भी कांवड़ यात्री सात फिट से ऊंची कांवड़ नहीं ला पाएगा।
इसके साथ ही कांवड़ यात्रा में बजने वाले डीजे की आवाज भी एक सीमा में रखनी होगी। कांवड़ यात्रियों को अपने साथ परिचय पत्र भी रखना होगा।
यात्रा के व्यवस्थित और सुरक्षित संचालन के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की आठ कंपनियां बुलाई गई हैं। इसके साथ ही 12 कंपनी सशस्त्र बल की तैनात रहेंगी। कांवड़ यात्रा 7,000 पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों की निगरानी में होगी। इसके अलावा पूरी यात्रा का ड्रोन से निगरानी की जाएगी। कांवड़ ड्यूटी में शामिल पुलिस बल 19 जुलाई को ही तैनात हो जाएगा। पूरे कांवड़ मेला क्षेत्र को 14 सुपर जोन, 36 जोन और 130 सेक्टरों में विभाजित किया गया है। कांवड़ यात्रा के दौरान रेलवे स्टेशनों पर आतंकी घटना का खतरा बना रहता है। ऐसे में उत्तराखंड के सभी रेलवे स्टेशन खासकर हरिद्वार और ऋषिकेश में जीआरपी व आरपीएफ जवानों की संख्या बढ़ाई जा रही है। कुमाऊं के सभी रेलवे स्टेशनों से जीआरपी व आरपीएफ जवानों की ड्यूटी हरिद्वार व ऋषिकेश में लगाई गई है।
निर्धारित रूट पर ही चलेगी कांवड़ यात्रा
पुलिस विभाग की ओर से हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, सहारनपुर, दिल्ली-मेरठ, मुरादाबाद, बिजनौर, हिमाचल व ऋषिकेश की तरफ से आने वाले कांवड़ यात्रियों के लिए रूट मैप तैयार किया गया है। कांवड़ यात्री निर्धारित रूट से ही हरिद्वार पहुंचेंगे।
कांवड़ यात्रियों की सुविधा के लिए हरिद्वार पुलिस की ओर से क्यूआर कोड बनाया गया है, जोकि https://www.haridwarpoliceyatra-mela.in/ वेबसाइट से लिंक्ड है। यहां यात्रा संबंधी रूट मैप व जानकारी प्रसारित की जाएगी। वेबसाइट पर हरिद्वार पुलिस के हेल्पलाइन नंबर से चेटिंग का प्रविधान भी दिया गया है।
अंतरराज्यीय व अंतर इकाई समन्वय बैठक के बाद बना रहे समन्वय
पिछले दिनों पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड अभिनव कुमार की अध्यक्षता में अंतरराज्यीय व अंतर इकाई समन्वय बैठक हो चुकी है। इस बैठक में उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, सीआरपीएफ, रेलवे सुरक्षा बल, अभिसूचना ब्यूरो के अधिकारियों ने प्रतिभाग किया। हरिद्वार में कंट्रोल रूम बनाकर सभी राज्यों के अधिकारी उत्तराखंड से समन्वय बना रहे हैं। अंतरराज्यीय बैरियर व चेकपोस्ट चिड़ियापुर, नारसन, लखनौता, काली नदी एवं गोवर्धन चेक पोस्ट पर पड़ोसी राज्यों की पुलिस के साथ संयुक्त चेकिंग शुरू हो चुकी है।